व्हीआईएसएम ग्रुप ऑफ स्ट्डीज़ के अंतर्गत संचालित जय इंस्टीटयूट ऑफ नर्सिंग एण्ड रिसर्च में आज वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान परिसर में स्थित गुरूबक्श सिंह सभागार में रक्तदान जागरूकता पर व्याख्यान एवं नाट्य का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती पूजन व दीप प्रज्जवलन के साथ हुई । सर्वप्रथम बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा एक नाट्य का मंचन किया गया जिसमें रक्तदान को लेकर लोगो में व्याप्त अवधारणाओं एवं उनसे बचने का संदेश दिया गया। सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में व्हीआईएसएम हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ. आदित्य भार्गव उपस्थित रहें। उन्होंने छात्र-छात्राओं को रक्तदान के प्रति जागरूक किया। इसके उपरान्त संस्थान के चेयरमैन डॉ. सुनील राठौर ने मंच के माध्यम से छात्र-छात्राओं को बताया कि रक्तदान को ऐसे ही महादान नहीं कहा जाता है। दानकर्ता के लिए इसके कई फायदे हैं। साथ ही रक्त एक ऐसी चीज है, जिसका कोई विकल्प नहीं है। गंभीर बीमारी हो या दुर्घटना में रक्त की कमी से भारत में हर साल लगभग 30 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है, जबकि इस कमी को मात्र एक फीसद आबादी रक्तदान कर पूरा कर सकती है। हैरानी की बात यह है कि विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत रक्तदान में काफी पीछे है। यहां तक कि हमारे पड़ोसी देश भी इस महादान में हमसे बहुत आगे हैं। हमें समय-समय पर रक्तदान अवश्य करना चाहिए। इस मौके पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डॉ. प्रज्ञा सिंह, नर्सिंग प्राचार्या, व्हीआईएसएम हॉस्पिटल स्टॉफ सहित समस्त छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।